हम कौन होते हैं मालिक के काम में दखल अंदाज़ी करने वाले जो कुछ हो रहा है, उस मालिक की मर्ज़ी से ही तो हो रहा है. इसलिये कभी जीवन में दुःख भी आ जायें तो चिन्ता नहीं करनी चाहिये क्योंकि उसकी गत वो ही जाने,
गुरुबॉक्स चैनल महान संतों और उनकी शिक्षाओं को समर्पित है। गुरुबॉक्स का लक्ष्य लोगों को अधिक भजन और सिमरन/ध्यान के लिए प्रेरित करना है।
Saturday 8 August 2020
Friday 31 July 2020
106 - साधु के संगति का असर क्या होता है ?
एक चोर राजमहल में चोरी करने गया, उसने राजा-रानी की बातें सुनी । राजा रानी से कह रहे थे कि गंगा तट पर बहुत साधु ठहरे हैं, उनमें से किसी एक को चुनकर अपनी कन्या का विवाह कर देंगें । यह सुनकर चोर साधु का रुप धारण
Monday 27 July 2020
105 - संसार किसी के लिए भी नही रुकता
एक घर के मुखिया को यह अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं चल सकता। उसकी छोटी सी दुकान थी। उससे जो आय होती थी, उसी से उसके परिवार का गुजारा चलता था। चूंकि कमाने वाला वह अकेला ही था इसलिए उसे लगता था कि उसके बगैर कुछ नहीं हो सकता। वह लोगों के सामने डींग हांका करता था।
Saturday 18 July 2020
104 - संत वचन हमेशा सच होते हैं.
एक संत के पास 30 सेवक रहते थे एक सेवक ने गुरुजी के आगे अरदास की महाराज जी मेरी बहन की शादी है तो आज एक महीना रह गया है तो मैं दस दिन के लिए वहां जाऊंगा कृपा करें आप भी साथ चले तो अच्छी बात है
गुरु जी ने कहा बेटा देखो समय बताएगा नहीं तो तेरे को तो हम जानें ही देंगे। उस सेवक ने बीच-बीच में इशारा
गुरु जी ने कहा बेटा देखो समय बताएगा नहीं तो तेरे को तो हम जानें ही देंगे। उस सेवक ने बीच-बीच में इशारा
Monday 13 July 2020
रूहानी मार्ग की बातें - जिन्दगी एक रेलवे स्टेशन की तरह है
1. जिन्दगी एक रेलवे स्टेशन की तरह है ,आत्मा एक ट्रेन है जो आती है और चली जाती है ,पर सतगुरु इनक़्वायरि काऊंटर पर बैठे हैं ,जो हमेशा कहते हैं मे आई हेल्प यू ? और हेल्प करते भी हैं ,की कौनसी गाड़ी में कितना वक्त
Friday 3 July 2020
103 - अमृत वेले में उठने के लिए रात्रि सोने का रूटीन क्या होना चाहिए ?
अमृत वेले में उठने के लिए रात्रि सोने का रूटीन भी ठीक करने की जरुरत है.
महाराज जी ने नींद के विषय में फ़रमाया था “गुरुमुखों के लिए 4 घंटे की नींद काफी होती है, 6 घंटे वो सोये जो भारी भरकम काम करता हो.”, इन वचनों के हिसाब से 6 घंटे आखिरी सीमा है. बाकी अपने शरीर, परिश्रम और
महाराज जी ने नींद के विषय में फ़रमाया था “गुरुमुखों के लिए 4 घंटे की नींद काफी होती है, 6 घंटे वो सोये जो भारी भरकम काम करता हो.”, इन वचनों के हिसाब से 6 घंटे आखिरी सीमा है. बाकी अपने शरीर, परिश्रम और
Friday 26 June 2020
Saturday 20 June 2020
101 - गुरु क्या है ?
गुरू वो मृदंग है, जिसके बजते ही अनाहद नाद सुनने शुरू हो जाते है.
Saturday 13 June 2020
100 - सेवक ने पूछा भाई तुम कहाँ जा रहे हो ?
एक सेवक ने अपने गुरू को अरदास की, जी मैं सत्सँग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, मग़र फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला , सतगुरु ने प्यार से पूछा, बेटा तुम्हे क्या चाहिए ?
Saturday 6 June 2020
099 - हमे सच्चे सन्त-महापुरुषों की संगति में क्यों जाना चाहिए ?
एक सेठ बड़ा साधु सेवी था। जो भी सन्त-महात्मा नगर में आते वह उन्हें अपने घर बुला कर उनकी सेवा करता। एक बार एक महात्मा जी सेठ के घर आये। सेठानी महात्मा जी को भोजन कराने लगी।
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1. जो व्यक्ति लगातार अंदर सिमरन - अभ्यास करते रहने की आदत डाल लेता है , उसे बड़ा सुकून मिलता है और उसे लगातार सिमरन कर...
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