Friday 22 October 2021

154 - मालिक सब का भरण पोषण कैसे करता है ?

एक गृहस्थ भक्त अपनी जीविका का आधा भाग घर में दो दिन के खर्च के लिए पत्नी को देकर अपने गुरुदेव के पास गया । दो दिन बाद उसने अपने गुरुदेव को निवेदन किया के अभी मुझे घर जाना है।

Friday 15 October 2021

153 - मालिक की अरदास करने सही समय कोनसा होता है ?

एक बार राजा अकबर ने बीरबल से पूछा कि तुम हिंदू लोग दिन में कभी मंदिर जाते हो, कभी पूजा-पाठ करते हो, आखिर भगवान तुम्हें देता क्या है ?

Saturday 9 October 2021

152 - दूसरों द्वारा किये गए पाप-कर्मों का फल किसे मिलता है ?

एक बार की बात है की किसी राजा ने यह फैसला लिया के वह प्रतिदिन 100 अंधे लोगों को खीर खिलाया करेगा। एक दिन खीर वाले दूध में सांप ने मुंह डाला और दूध में विष डाल दी और ज़हरीली

Sunday 3 October 2021

151 - क्या भगवान के यहाँ पर भी दो-दो डायरी होती हैं ?


 
बहुत समय पहले की बात है, एक संत हुआ करते थे। उनकी भक्ति ऐसी थी कि वो अपनी धुन में इतने मस्त हो जाते थे और उनको कुछ होश नहीं रहता था। उनकी अदा और चाल इतनी मस्तानी हो

Saturday 25 September 2021

150 - लोग लड़ाई-झगड़ा क्यों करते हैं ?

एक संत भिक्षा में मिले अन्न से अपना जीवत चला रहे थे। वे रोज अलग-अलग गांवों में जाकर भिक्षा मांगते थे। एक दिन वे गांव के बड़े सेठ के यहां भिक्षा मांगने पहुंचे। सेठ ने संत को थोड़ा अनाज दिया

Sunday 19 September 2021

149 - मौत पल पल हमे क्या चेताती रहती है ?



मौत के लिए हर वक्त तैयार रहना चाहिए. एक वकील के घर चित्रगुप्त का दूत यमराज आया और

Friday 10 September 2021

148 - शब्द-धुन को सुनना क्या होता है ?

 


भजन का मतलब है शब्द-धुन को सुनना, इसे संत-महात्माओं ने शब्द-योग का अभ्यास भी कहा है। यह काम आत्मा करती है या फिर इसे सुरत द्वारा किया जाता है। दिव्य शब्द-धुन को सुरत अथवा

Saturday 4 September 2021

147 - एक राजा ने साधु के ज्ञान का अंदाजा कैसे लगाया ?

किसी राजमहल के द्वारा पर एक साधु आया और द्वारपाल से बोला कि भीतर जाकर राजा से कहे कि उनका भाई आया है।

Saturday 28 August 2021

146 - सुखी और सफल जीवन की कुंजी क्या है ?

मनुष्य मन के संकल्प और विकल्प पानी के बुलबुले की तरह ही एक क्षण में बनते और दूसरे ही क्षण में फूट भी जाने वाले अर्थात् मिट जाने वाले हैं। इसलिए हमारे महापुरुषों ने निर्णय दिया है कि कभी

Sunday 22 August 2021

145 - गुरू के चरणों में अरदास कैसे करते हैं ?

एक गुरू का दास रोज गुरू के द्वार पर जा कर रोज गुरू को पुकारा करता था. लेकिन गुरू के दर्शन नहीं कर पाता था. इसलिए वह हमेशा यही सोच कर चला जाता था कि शायद मेरी भक्ति भाव में कुछ

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